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एक्सट्रोवर्ट होने के फायदे
सामान्यत: लोग दो प्रकार के होते है - एक्सट्रोवर्ट और इंट्रोवर्ट। एक्सट्रोवर्ट वह लोग होते है जो अपनी हर बात को बिंदास बोल सकते हैं, उन्हे किसी भी काम को करने में कोई हिचक या संकोच नहीं होता है, वह मस्त होते है, उनके सामने होने से माहौल में जिंदादिली आ जाती है, वहीं इंट्रोवर्ट लोग वह होते हैं जो चुपचाप रहना पसंद करते हैं, वह अपनी किसी भी बात या भावना को शेयर करने में शर्माते हैं।
एक्सट्रोवर्ट लोग जहां भी होते है वह अपने साथ पॉजिटिव एनर्जी ले आते हैं। वह नए लोगों से मिलना पसंद करते है, उन्हे नए - नए काम करने में मज़ा आता है। ऐसे लोगों की दोस्तों की लिस्ट लम्बी होती है। एक्सट्रोवर्ट लोगों में पैदाईशी यह गुण होता है। इस तरह के नेचर वाले लोगों को कई फायदे होते है। एक्सट्रोवर्ट होने के फायदे निम्म प्रकार हैं :
1)
सोशल
एक्टिव
:
बहिर्मुखी
लोग
सोशल
एक्टिव
होते
हैं।
बहिर्मुखी
बनने
के
लिए
यही
क्वालिटी
सबसे
जरूरी
होती
है।
सोशल
साइट
पर
भी
एक्सट्रोवर्ट
लोग
अपनी
हर
बात
और
फीलिंग
को
अच्छी
तरह
शेयर
करते
हैं
लेकिन
इंट्रोवर्ट
लोग
चुपचाप
देखते
हैं।
सोशल
एक्टिव
होने
से
ऐसे
लोगों
का
व्यवहारिक
ज्ञान
बढ़ता
है
और
वह
नई
-
नई
चीजें
आसानी
से
सीख
जाते
हैं।
एक्सट्रोवर्ट
लोगों
की
क्षमता
भी
बहुत
ज्यादा
होती
है,
वह
तर्क
भी
अच्छा
कर
लेते
है।
ऐसे
लोग
किसी
भी
काम
को
करने
में
पीछे
नहीं
रहते
हैं।
2) फास्ट ग्रोथ : बहिर्मुखी लोग, फारवर्ड होते है, उनकी समझने और सोचने की शक्ति अच्छी होती है जिससे उनके अंदर कॉन्फीडेंस आता है और वह कॅरियर में भी तेजी से आगे बढ़ते हैं। ऐसे लोगों के दूसरे के साथ अच्छे सम्बंध होते है, वह हर काम अच्छी तरह से करते हैं, जिससे वह अपने लक्ष्य को आसानी से प्राप्त कर लेते है।
3) व्यक्त : इंट्रोवर्ट लोगों के मुकाबले, एक्सट्रोवर्ट लोग अपनी फीलिंग कम शेयर कर पाते हैं, उन्हे किसी को भी बात बताने में झिझक महसूस होती है। एक्सट्रोवर्ट लोग खुले दिल के होते हैं, वह अपनी बात को बिंदास किसी के भी सामने रख सकते हैं और उन्हे ऐसा करने में कोई संकोच या झिझक नहीं होती है। ऐसे लोगों के दोस्त भी ज्यादा होते हैं और वह मस्त रहते है। उनको किसी प्रकार की कोई टेंशन ज्यादा समय तक नहीं रहती है।
4) स्वस्थ : बहिर्मुखी लोग हमेशा खुश रहते है, जिसके कारण उनका स्वास्थ्य अच्छा रहता है। इस तरीके से उनका दिमाग और मन खुश रहता है। ऐसे लोगों के खुशमिज़ाज होने के कारण उनके शरीर से खुश होने वाले हारमोन्स निकलते हैं जिससे वह स्वस्थ रहते हैं। जो लोग कम बातें करते है और बहुत कम हंसते और मुस्कराते हैं वह ज्यादा स्वस्थ नहीं रहते है।
5)
मनोरंजन
:
एर्क्टोवर्ट
लोगों
के
साथ
आप
कभी
बैठिए
तो
आपको
बोरियत
नहीं
होगें,
बहिर्मुखी
लोग
बहुत
मजेदार
होते
है,
वह
अपनी
बात
अच्छे
तरीके
से
सबके
सामने
रखते
हैं।
ऐसे
लोग
बहुत
आकर्षक
स्वभाव
वाले
होते
हैं
और
उनके
साथ
रहना
सभी
को
पसंद
होता
है।
लेकिन
कई
बार
ऐसे
लोगों
को
दूसरे
लोग
जोकर
के
रूप
में
समझने
लगते
है।
बहिर्मुखी
बनने
की
कोशिश
बहुत
ज्यादा
न
करें
वरना
आप
मजाक
बनकर
रह
जाते
है।