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आइये जानें किस धातु से बनाए जाते हैं ओलिंपिक के गोल्ड मैडल
रियो ओलंपिक्स का रोमांच अभी तक कम नहीं हुआ है, लेकिन हर किसी के दिमाग में एक बात जरूर है कि ये मैडल किस धातु के बने हैं? आइये देखते हैं...
जानिये क्या है नंबर 1 स्विमर माइकल फेल्प्स की डाइट
हम
सब
इस
बात
से
सहमत
हैं
कि
ओलंपिक
में
गोल्ड
मैडल
जीतना
धरती
पर
सबसे
बड़ा
सम्मान
है।
हम
तो
यही
अनुमान
लगा
सकते
हैं
कि
गोल्ड
मैडल
तो
सोने
का
ही
बना
होगा।
सही
है
ना।
ठीक
है,
एक
बार
फिर
से
सोचो।
यह
पता
चला
है
कि
गोल्ड
मैडल्स
494
ग्राम
चाँदी
और
सिर्फ
6
ग्राम
सोने
के
बनते
हैं।
सन
1912
में
गोल्ड
मैडल
पूरी
तरह
गोल्ड
का
ही
बना
था।
दूसरे
शब्दों
में
यह
कहें
कि
रियो
ओलंपिक
में
जो
गोल्ड
मैडल
मिल
रहे
हैं
वे
सोने
से
ज्यादा
चाँदी
के
बने
हैं।
उनकी
कीमत
564
डॉलर
है
(सोने
और
चाँदी
के
पिछले
सप्ताह
के
भावों
के
अनुसार)।
यह
राशि
2012
के
लंदन
ओलंपिक्स
के
गोल्ड
मैडल
की
708
डॉलर
रिकॉर्ड
कीमत
से
बहुत
कम
है।
ऐसा
इसलिए
है
क्यों
कि
उस
समय
सोने
और
चाँदी
के
भाव
बहुत
ज्यादा
थे।
ओलंपिक
मैडल्स
की
डिज़ाइन
आयोजक
देश
में
ही
कमेटी
द्वारा
निर्धारित
होती
है
लेकिन
इसके
कुछ
मापदंड
हैं।
उदाहरण
के
लिए,
हर
ओलंपिक
मैडल
3
mm
मोटा
और
60
mm
व्यास
का
होना
चाहिए।
गोल्ड मैडल भी सोने में बना होना चाहिए और इस पर कम से कम 6 ग्राम सोने की परत होनी चाहिए।