Just In
- 29 min ago चेहरे पर विटामिन-E कैप्सूल लगाते हुए न करे ये गलती, वरना स्किन हो जाएगी बर्बाद
- 2 hrs ago पाकिस्तान में महिला ने दिया Sextuplets को जन्म, 4.7 बिलियन में एक के साथ होता है ये करिश्मा
- 4 hrs ago Asli-Nakli Lal Mirch : लाल मिर्च के नाम पर साबुन या ईंट तो नहीं खा रहे हैं आप? ऐसे पता करें
- 5 hrs ago इंटरव्यू के लिए बेस्ट हैं IAS रिया डाबी के ये 5 फॉर्मल ब्लाउज पैटर्न, देंगे प्रोफेशनल लुक
Don't Miss
- News Haryana News: अब घर बैठे डाउनलोड कर सकेंगे फोटोयुक्त डिजिटल वोटर कार्ड, जानिए पूरी प्रक्रिया
- Movies जब युवराज सिंह की बहन पर रोहित शर्मा का आ गया था दिल, ग्राउंड में घुटनों पर बैठकर कर दिया था प्रपोज
- Education Assam Board 10th Toppers List 2024: असम में 75.7% छात्र पास, अनुराग डोलोई टॉपर, देखें पूरी लिस्ट
- Finance Mutual Fund Investment: म्यूचुअल फंड निवेशकों के लिए क्या है री-KYC से जुड़े नियम, वरना हो सकता है नुकसान
- Travel जल्द खुलने वाले हैं लखनऊ-कानपुर, अहमदाबाद-धोलेरा समेत 10 से ज्यादा एक्सप्रेसवे, List
- Automobiles New Gen Swift ने Japan NCAP क्रैश में हासिल की 4-स्टार सेफ्टी रेटिंग, भारत में जल्द होगी लॉन्च, जानें खासियत?
- Technology Google Pixel 8a की कीमत डिटेल आई सामने, यहां जानें सबकुछ
- Sports Japan Open 2023: सेमीफाइनल में पहुंचे लक्ष्य सेन, एचएस प्रणय की विक्टर एक्सेलसन से भिड़ंत आज
आयुर्वेद के अनुसार पानी पीने का सही तरीका
आयुर्वेद के अनुसार भोजन के बाद पानी पीना जहर के सामान है। इससे जठराग्नि समाप्त हो जाती है (जो कि भोजन के पचने के बाद शरीर को मुख्य ऊर्जा और प्राण प्रदान करती है) इसलिए ऐसा करने से भोजन पचने के बजाय गल जाता है। इससे ज्यादा मात्रा में गैस और एसिड बनता है और एक दुष्चक्र शुरू हो जाता है।
महर्षि
वाघ
भट्ट
ने
103
रोग
खोजें
हैं
जो
कि
भोजन
के
तुरंत
बाद
पानी
पीने
से
होते
हैं।
1.
भोजन
और
पानी
के
बीच
1.5
से
2.5
घंटों
का
अंतर
होना
चाहिए।
इसके
आलावा
यह
भूगोलीय
स्थितियों
पर
भी
निर्भर
करता
है।
पहाड़ी
क्षेत्रों
में
रहने
वालों
को
खाने
के
बाद
ज्यादा
देर
से
पानी
पीना
चाहिए
बजाय
की
निचले
और
गर्म
भागों
में
रहने
वालों
के।
क्यों
कि
वातावरण
के
अनुसार
ही
भोजन
को
पचने
में
समय
लगता
है।
वज़न
कम
करने
में
आयुर्वेद
किस
प्रकार
सहायक
है
2. खाना खाने से पहले पानी पीना चाहिए और यह खाना खाने से 40 मिनट पहले पीना चाहिए।
3. खाने के बाद मुंह और गले को साफ़ करने के लिए 1 या 2 घूँट गर्म या गुनगुना पानी लिया जा सकता है ।
4. यदि वाकई में आपको प्यास लग रही है तो सुबह के नाश्ते के बाद मौसमी फलों का जूस पिया जा सकता है और लंच के बाद दही या छाछ ली जा सकती है। रात के खाने के बाद दूध लिया जा सकता है। हालाँकि इनमे भी पानी होता है लेकिन ये भोजन को पचाने में मददगार हैं और शरीर को कोई नुकसान नहीं पहुँचाते।
5. गर्म चाय की तरह पानी को एक एक घूँट लेकर पियें। वॉटर थेरेपी ट्रीटमेंट और उसके लाभ
6. सुबह सबसे पहले पानी पियें। यह शरीर के तापमान को गर्म करेगा और यह एक एक घूँट लेकर पीना चाहिए जिससे पेट में ज्यादा से ज्यादा लार जाएगी। आप सिर्फ यदि पानी पी रहें हैं तो इसे ताम्बे के बर्तन में रखें इससे इसे गर्म नहीं करना पड़ेगा, इसमें गर्म पानी के सभी गुण आ जायेंगे। घड़े के पानी को भी गर्म करना चाहिए। 18 वर्ष से ज्यादा और 60 वर्ष से काम आयु के लोगों को 1.5 से 2 गिलास पानी पीना चाहिए और अन्य को 1.25 लीटर यानि 3 गिलास पानी पीना चाहिए। यह पानी की वह मात्रा है जो आप बिना प्यास के भी पी सकते हैं।
इस क्रिया को 6 माह तक करें और अपने स्वास्थ्य में फर्क देखें। आप हल्का और फ्रेश महसूस करेंगे और यह नींद, पाचन, दर्द और दिल सबके लिए बेहतर है।
7. यदि आप ताम्रपात्र में पानी का सेवन कर रहें हैं तो 3 माह के बाद कुछ सप्ताह के लिए इसका सेवन बंद कर दें फिर पुनः शुरू करें।
8. ठंडा पानी कभी नहीं पियें। यह गर्म/ गुनगुना या शरीर के तापमान के अनुसार होना चाहिए। ठंडा पानी पीने से शरीर के कुछ अंगों में रक्त नहीं पहुँचता है। कुछ समय के बाद यह कमजोरी और कई प्रकार की बिमारियों का कारण बनता है जैसे की हार्ट अटैक, किडनी फेलियर, ब्रेन हेमरेज आदि। अधिकतर बार ठंडा पानी पीना कब्ज का मुख्य कारण होता है। इससे बड़ी आंत सिकुड़ती है जो कि अनेक जटिलताएं पैदा करती है। यह बात अन्य ठंडे खाद्य पदार्थों पर भी लागू होती है।