Just In
- 1 hr ago Pickle in Diabetes : डायबिटीज में आम का अचार खा सकते है या नहीं? इस सवाल का जवाब जानें
- 1 hr ago गर्मी में बच्चों से लेकर बूढ़ों तक हर किसी को पसंद आएगी मैंगो स्टफ्ड मलाई कुल्फी, यह रही रेसिपी
- 14 hrs ago Blackheads Removal Tips: नहीं निकल रहे हैं ठुड्डी पर धंसे हुए ब्लैकहेड्स? 5 मिनट में ये नुस्खें करेंगे काम
- 15 hrs ago आम पन्ना से 10 गुना ज्यादा ठंडक देता है इमली का अमलाना, लू से बचने का है देसी फार्मूला
Don't Miss
- News Lok Sabha Chunav: बिहार में सबसे कम मतदान! मतदाताओं के वोट नहीं देने के पीछे ये प्रमुख कारण
- Movies OMG! Rajkummar Rao ने किया चौंकाने वाला खुलासा, हैंडसम दिखने के लिए चेहरे पर करवा चुके हैं छेड़छाड़
- Education UPMSP Result 2024: यूपी बोर्ड 10वीं, 12वीं रिजल्ट आज होंगे जारी, कैसे करें स्कोरकार्ड डाउनलोड
- Technology OpenAI को मिला भारत से पहला कर्मचारी, जानिए किसे मिली ये अहम जिम्मेदारी
- Finance PMS vs Mutual Funds: जानें किसमें मिलेगा बेहतर रिटर्न और जोखिम भी होगा कम
- Automobiles इलेक्ट्रिक वाहन मालिकों को Google की सौगात, अब EV चार्ज करना होगा और आसान, जानें क्या है नया फीचर?
- Travel हनुमान जयंती : वो जगहें जहां मिलते हैं हनुमान जी के पैरों के निशान
- Sports Japan Open 2023: सेमीफाइनल में पहुंचे लक्ष्य सेन, एचएस प्रणय की विक्टर एक्सेलसन से भिड़ंत आज
भर पेट खाना ना खाने से आपको हो सकती हैं ये बीमारियां
खाना हमारे शरीर के लिए ईधन की तरह काम करता है और इसी की वजह से हमें एनर्जी मिलती है जिससे हम अपने सारे काम निपटा पाते हैं। इसलिए सभी डॉक्टर यह सलाह देते हैं कि अगर आप खुद को फिट रखना चाहते हैं तो अपनी डाइट को अच्छी रखें। अच्छा खानपान और रहन सहन आपको लम्बे समय तक स्वस्थ रखने में मदद करता है।
डायबिटीज से परेशान है तो जरूर खाएं हरी मिर्च, इससे पहले जान लें ये बातें.....
आज कल की व्यस्त जीवनशैली में कई लोग टाइम पर खाना भी नहीं खा पाते हैं। भागदौड़ भरी ज़िन्दगी और काम के दवाब में एक टाइम का मील स्किप करना आम बात हो गयी है जबकि यह शरीर के लिए बहुत नुकसानदायक है।
पढ़ें- सुबह वर्कआउट करने के बाद बॉडी का एनर्जी लेवल बढ़ाने के लिए खाएं ये चीजें
इससे शरीर को रोजाना के लिए ज़रूरी पोषक तत्व नहीं मिल पाते हैं और अगर आप लम्बे समय तक ऐसा करते रहे तो आप कई गंभीर बीमारियों की चपेट में आ सकते हैं।
ब्लड शुगर में परिवर्तन :
जब भी आप कुछ खाते हैं तो आपका शरीर उसमें मौजूद कार्बोहायड्रेट को ग्लूकोज में परिवर्तित करने लगता है जिससे हमें एनर्जी मिलती है। इस लिहाज से देखें तो हमें चलने फिरने के लिए भी जो एनर्जी चाहिये वो ग्लूकोज से ही मिलती है। जब आप भूखे रहते हैं तो शरीर में ग्लूकोज की काफी कमी हो जाती है जिसके फलस्वरूप ब्लड शुगर लेवल कम होने लगता है। इसकी वजह से सिर में तेज दर्द और थकान होने लगता है।
पाचन तंत्र पर प्रभाव :
आप जो भी खाना खाते हैं वह पेट में मौजूद एसिड के संपर्क में आने के कारण पचता है। लेकिन जब आप खाना बंद कर देते हैं तो ये एसिड पेट पर बुरा असर डालते हैं और इससे पाचन तंत्र पर तो बुरा असर पड़ता ही है साथ ही एसिडिटी की समस्या भी होने लगती है।
कब्ज़ :
खाना ना खाने की वजह से आपको ज़रूरी पोषक तत्व नहीं मिल पाते हैं। खासतौर पर शरीर में फाइबर की कमी होने लगती है। फाइबर की कमी होने से आपको कब्ज़ की समस्या हो सकती है और आपको शौच के समय काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है।
अनिद्रा की समस्या :
जब आप खाना स्किप कर देते हैं तो ऐसे में शरीर ग्लूकोज की बजाय शरीर में मौजूद फैट को बर्न करके एनर्जी देने लगता है। ऐसे में इन्सुलिन लेवल कम होता है और ओरेक्सिन नामक हार्मोन का स्त्राव बढ़ जाता है जिससे आपको अस्थायी उर्जा मिलती है। ऐसे हालात में आपका मस्तिष्क शरीर को अधिक एड्रेनालाईन के स्त्राव का संकेत देता है जिससे आपकी नींद प्रभावित होती है। लगातार ऐसा करने से आप अनिद्रा जैसी बीमारियों की चपेट में आ सकते हैं।
बाल झड़ना :
आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि खाना न खाने से भी आपके बाल झड सकते हैं। आपको बता दें कि बालों के पोषण के लिए सभी ज़रूरी पोषक तत्व आपको खाने से ही मिलते हैं। इसलिए जब आप खाना नहीं खाते हैं तो बालों में रूखापन बढ़ जाता है और आगे चलकर वे झड़ने लगते हैं।
गुस्सा आना :
आपने कई बार यह नोटिस किया होगा कि जिस दिन आप बिना नाश्ता किये ऑफिस चले जाते हैं उस दिन ऑफिस में आपको ज्यादा गुस्सा आता है। आपको बता दें कि खाना स्किप करने की वजह से शरीर में सेरोटोनिन लेवल कम हो जाता है और इस वजह से चिडचिडापन बढ़ जाता है।
गर्भधारण में दिक्कत :
ऐसी लड़कियां जो ठीक टाइम पर अपना खाना नहीं खाती है और अधिकतर समय भूखी रहती हैं ऐसे लड़कियों के पीरियड्स भी टाइम पर नहीं आते हैं। खाना ना खाने की वजह से शरीर में आयरन की कमी हो जाती है। इसके अलावा ऐसी महिलाओं में गर्भधारण की क्षमता भी कम हो जाती है।