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जानिये पान खाने से कौन सी बीमारियां हो सकती हैं दूर

By Super
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पान, एक औषधीय पौधा होता है जो शरीर को कई स्‍वास्‍थ्‍य लाभ पहुंचाता है। इसमें एंटीसेप्टिक गुण होते हैं। पान के पत्‍तों का इस्‍तेमाल नकसीर फूटने, लाल आंखों, डिस्‍चार्ज होने, आवाज को मोटा बनाने और कई अन्‍य प्रकार की समस्‍याओं में उपचार के तौर पर किया जाता है।

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सदियों से पान के पत्‍तों को शाही अंदाज में खाया जा रहा है। यह न सिर्फ औषधीय गुणों से भरपूर पौधा है बल्कि कई देशों जैसे- इंडोनेशिया आदि में इसे हर रीति-रिवाज में रखा जाता है।

READ MORE: पान के पत्‍ते कैसे कर सकते हैं मोटापे में कमी?

पान का उपयोग कई बीमारियों को सही करने में किया जाता है। इसके लिए इनकी रेसिपी बनाई जाती हैं। आइए जानते हैं पान के पत्‍तों से निर्मित रेसिपी-

1. कफ:

1. कफ:

पान के 15 पत्‍तों को 3 गिलास पानी में डाल लें। इसके बाद, इसे तब तक उबालें, जब तक यह उबलकर एक तिहाई नहीं रह जाता है। इसे दिन में तीन बार पिएं।

2. ब्रोनकाईटिस:

2. ब्रोनकाईटिस:

पान के सात पत्‍तों को दो कप पानी में रॉक सुगर के साथ उबाल लें। जब पानी एक गिलास रह जाएं तो उसे दिन में तीन बार पिएं।

3. शरीर की दुर्गंध:

3. शरीर की दुर्गंध:

पांच पान के पत्‍तों को दो कप पानी में उबालें। जब पानी एक गिलास रह जाएं तो उसे दोपहर के समय पी लें।

4. जलना:

4. जलना:

पान के पत्‍ते को पीसकर रख दें। बाद में पानी से धुल दें और वहां शहद लगाकर छोड़ दें।

5. नकसीर:

5. नकसीर:

गर्मियों के दिनों में नाक से खून आने पर पान के पत्‍ते को रोलकर बनाकर सूंघे। इससे बहुत आराम मिलेगा।

6. छाले:

6. छाले:

मुंह में छाले होने पर पान को चबाएं और बाद में पानी से कुल्‍ला कर लें। ऐसा दिन में दो बार करें।

7. लाल और जलन करती आंखें:

7. लाल और जलन करती आंखें:

5-6 छोटे पान के पत्‍तों को लें और उन्‍हे एक गिलास पानी में उबालें। इस पानी से आंखों पर छींटा मारें। इससे काफी आराम मिलेगा।

 8. खुजली या दाने:

8. खुजली या दाने:

पान के 20 पत्‍तों को लें और इन्‍हे पानी में उबाल लें। अच्‍छी तरह उबलने के बाद इसी पानी से नहा लें।

9. मसूडों से खून आना:

9. मसूडों से खून आना:

दो कप पानी में चार पान के पत्‍तों को उबाल लें। इस पानी से गरारा करें।

10. स्‍तनपान करवाने पर समस्‍या:

10. स्‍तनपान करवाने पर समस्‍या:

पान के कुछ पत्‍तों को लें। इन्‍हे धोने के बाद इन पर गरी का तेल लगाकर हल्‍का सा गर्म कर लें और गुनगुना होने पर इसे स्‍तनों के आसपास रखें, इससे सूजन चली जाएगी और बच्‍चे को स्‍तनपान करने में आसानी होगी।

11. मुंह की बदबू:

11. मुंह की बदबू:

पान के पत्‍ते को लेकर अच्‍छी तरह धोने के बाद इसे चबा लें या पानी में उबालकर उस पानी से गरारा कर लें।

12. मुंहासें:

12. मुंहासें:

पान के 8 पत्‍ते लें और इन्‍हे धुलने के बाद अच्‍छी तरह पीस लें। इसे दो गिलास पानी में गाढ़ा होने तक उबालें। बाद में इसे फेसपैक की तरह इस्‍तेमाल करें।

13.सफेद पानी आने पर:

13.सफेद पानी आने पर:

पान के 10 पत्‍तों को 2.5 लीटर पानी मं उबाल लें। इस पानी से अपनी योनि को धुलें। इससे आराम मिलता है।

English summary

Betel leaf Recipes for various diseases

Betel leaves are useful for treating various diseases. Here This recipes using beetal leaf for varius diseases.
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