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क्या होता है कोलन इंफेक्शन, जिससे जूझ रहे थे इरफान खान
बॉलीवुड एक्टर इरफान खान कोलन इंफेक्शन की वजह से बुधवार को कोकिला बेन अस्पताल में आखिरी सांस ली। बता दें 2018 में इरफान खान को न्यूरोइंडोक्राइन ट्यूमर का पता चला था। लंदन में उनका इलाज चल रहा था। इसके बाद उनकी तबीयत में सुधार होने के बाद वह भारत वापस आ गए थे। लेकिन मंगलवार रात अचानक इरफान को कोलन इंफेक्शन की वजह से अस्पताल में भर्ती करवाया गया।
इस आर्टिकल में कोलन इंफेक्शन (colon infection) के कारण, लक्षण और इलाज के बारे में जानेंगे।
क्या होता है कोलन?
कोलन यानी मलाशय हमारे शरीर में पाचन तंत्र का ही हिस्सा होता है। जब हम भोजन ग्रहण करते हैं तो हमारा शरीर भोजन को पचाने के बाद लिक्विड और हार्ड मटीरियल को अलग-अलग कर देता है। इसके बाद वेस्ट मटीरियल कोलन में जमा होता है और मल के रूप में बाहर आता है।
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कॉलन में इंफेक्शन के प्रारंभिक लक्षण
कोलन इनफेक्शन से पीड़ित मरीज को पेट में मरोड़ के साथ दर्द की शिकायत होती है। इसके साथ ही बुखार आना या दस्त लगना भी इसके सामान्य लक्षण हैं। इस बीमारी में दस्त के साथ खून भी आता है। इसके अलावा मरीज का तेजी से वजन भी गिरने लगता है। दरअसल, कोलन इनफेक्शन में बड़ी आंत की सतह पर मौजूद कोशिकाएं डेड होने लगती हैं जोकि अल्सर का कारण बनता है।
क्या होता कोलन में इंफेक्शन?
कोलन इंफेक्शन एक तरह का पेट का संक्रमण है। कभी ज्यादा खाने से या असमय खाने से पेट में संक्रमण हो जाता है। ये एक तरह का फूड प्वाइजनिंग की किस्म हैं।
ये इंफेक्शन ऐसा भोजन खाने के वजह से होता है, जिसे पचाने में हमारे पाचन तंत्र को बहुत अधिक मेहनत करनी पड़ती है। या जो भोजन हमारे शरीर में ठीक से पच नहीं पाता। इस तरह का वेस्ट फूड हमारे कोलन में जमा होने लगता है, साथ ही पचाने के प्रयास के दौरान जो रासायनिक तत्व हमारे पाचनतंत्र में बने थे, वे भी कोलन में अलग-अलग फॉर्म में जमा होकर उसको नुकसान पहुंचाने लगते हैं। जब स्थिति अधिक गंभीर होती है तो कोलन में बलगम या कफ जमा हो जाता है और मल त्याग करते समय होनेवाली दिक्कतें बढ़ने लगती हैं।
कोलाइटिस कई तरह की होती हैं:
कोलन इंफेक्शन को कोलाइटिस (colitis) भी कहा जाता है। आइए जानते है ये कितने तरह का होता है।
इस्केमिक कोलाइटिस:
जब कोलन में खून का संचार ठीक तरीक से नहीं हो पाता है , तो यह इस्केमिक कोलाइटिस का कारण बन सकता है.
एलर्जिक रिएक्शन:
एलर्जिक कोलाइटिस बड़ों की अपेक्षा बच्चों को होने वाली बीमारी है। यह बीमारी लगभग दो-तीन प्रतिशत शिशुओं को प्रभावित करती है।
माइक्रोस्कोपिक कोलाइटिस:
माइक्रोस्कोपिक कोलाइटिस बॉडी में लिम्फोसाइट की मात्रा बढ़ जाने के कारण होता है। इस कोलाइटिस को केवल माइक्रोस्कोप के जरिए ही देखा जा सकता है।
ड्रग से होने वाली कोलाइटिस:
कुछ लोगों में सूजन-कम करने की दवाओं की वजह से कोलन में सूजन की समस्या आ जाती है। एनएसएआईडी ड्रग्स की वजह से ऐसा होता है। ऐसे लोग जिन्होंने लंबे समय तक एनएसएआईडी ड्रग का इस्तेमाल किया है, उन्हें इस कोलाइटिस का खतरा रहता है।
इस तरह रखें कोलन को साफ
- कोलन को साफ रखने के लिए सबसे पहले जरूरी है कि आप पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं। पेय पदार्थों का ज्यादा से ज्यादा सेवन करें। इससे कोलन को साफ करने और पाचन को दुरुस्त रखने में मदद मिलती है।
- कोलन की सफाई के लिए जरूरी है कि आप अपनी डायट में फाइबर युक्त भोजन को जरूर शामिल करें। इससे शरीर में मौजूद वेस्ट को मल के रूप में निकालने में आसानी होती है। इससे कोलन की नियमित सफाई होती रहती है।
- खिचड़ी का सेवन कोलन की सफाई के लिए काफी लाभदायक होता है। ये पाचन तंत्र के लिए बहुत अधिक लाभकारी होता है।
फाइबर युक्त भोजन